हत्याकांड खुलासा_ बेटे ने ही रचा था माता-पिता, भाई व बहू की हत्या का साजिश।

पुलिस गिरफ्त में हत्या का आरोपी

Nbcindia24/ कोमेन्द्र सोनकर र के पाटन क्षेत्र के ग्राम खुड़मुड़ा में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्याकांड मामले का आईजी दुर्ग विवेकानन्द सिन्हा ने खुलासा कर दिया है, इस मामले की मॉनिटरिंग स्वयं डीजीपी डीएम अवस्थी व आईजी विवेकानंद सिन्हा कर रहे थे आईजी ने खुलासा करते हुए बताया कि मृतक बालाराम का बेटा ही मुख्य आरोपी है जिसने अपने माता पिता ,भाई औऱ बहु को मारने की साजिश रची थी। यह पूरी घटना पारिवारिक विवाद के चलते हुई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी गंगाराम सोनकर, पड़ोसी नरेश सोनकर, व गंगाराम के दोस्त योगेश सोनकर उर्फ महाकाल, व रोहित सोनकर को गिरफ्तार कर लिया है। आईजी के अनुसार पुलिस की जांच अब भी जारी है।

विवेकानंद सिन्हा आईजी दुर्ग रेंज

दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना स्थित ग्राम खुडमुडा में 21 दिसंबर को हुए बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा आज पुलिस ने स्वयं कर दिया दरअसल कुछ दिनों से मीडिया पर इस हत्याकांड के मुख्य आरोपियों की जानकारी दी जा रही थी लेकिन आज आधिकारिक तौर पर पुलिस ने इसे स्वीकार करते हुए गंगाराम सोनकर रोहित सोनकर महाकाल और नरेश को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या कारण भी आखिरकार खेती की जमीम ही निकली, दरअसल मृतक बालाराम सोनकर के पास 6 एकड़ जमीन थी, जिसे उसने अपने बेटे सोमनाथ, गंगाराम, व रोहित को एक एक एकड़ बांट दी थी, और बाकी तीन एकड़ अपने आपस रखी थी। लेकिन बेटे गंगाराम का खेत रोहित के खेत से लगे होने के कारण गंगाराम को रास्ता नही मिल रहा था, गंगाराम अपना खेत बेचना चाहता था। जिसके लिए उसे रास्ते की जरूरत थी। वहीं खेत जॉइंट खाते में होने कारण ऋण पुस्तिका से धान बेचने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। दरअसल 88 दिनों बाद इस इस घटना का राज खुला है आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया लेकिन आरोपी टूटने को तैयार नहीं थे। जिसके कारण पुलिस को गुजरात गांधीनगर के वैज्ञानिक लैब जाकर 11 संदिग्धों का पॉलीग्राफ टेस्ट, ब्रेन मैपिंग करवाया गया। जिसमें आरोपितों में शामिल रोहित सोनकर भी शामिल था। रोहित सोनकर उर्फ रोहित मौसा के बयानों के बाद पुलिस को उस पर शक हुआ, और वहीं से घटना के तार जुड़ते गए अंततः मृतक बालाराम का बेटा गंगाराम ही मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया। वही रोहित सोनकर का संबंध गंगाराम सोनकर, योगेश सोनकर उर्फ महाकाल और नरेश से था। गंगाराम ने अपने पिता भाई समेत सभी को खत्म करने की योजना तैयार कर 20 दिसंबर की रात सभी के साथ बैठकर शराब पी। और 20 – 21 दिसंबर की दरमियानी रात इस घटना को अंजाम दिया चारों ने पहले मृतक बालाराम, रोहित और दुलारी को मारा और उसे पानी की टंकी में डाल दिया। वही तड़पती हुई कीर्तिन के सर पर सिलबट्टे से वार कर उसे भी खत्म कर दिया । मौका ए वारदात पर पुलिस को किसी भी तरह से इनके उपस्थित होने के साक्ष्य नहीं मिले लेकिन इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस आखिरकार आरोपियों तक पहुंच गई। हजारों कॉल ट्रेसिंग, फॉरेंसिक व फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट के माध्यम से जांच कराने के बाद भी इस राज से पर्दा नहीं उठ रहा था। लेकिन रोहित सोनकर के एक बयान ने पूरी रात से पर्दा उठा दिया। अभी भी पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

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