पहले मनीष और अब मनीषा ने अपनी महेनत व काबिलियत से अपने माता-पिता का सपना किया साकार, नगर का बढ़ाया गौवरव।

Nbcindia24/छत्तीसगढ़/न्यूज़ डेस्क- हर माँ-बाप का सपना होता है की उनका बच्चा अच्छे संस्कार व शिक्षा हासिल कर एक मुकाम बनाए जिससे मां बाप का नाम रौशन होने के साथ बच्चों का भविष्य उज्जवल हो. और यह सपना बिरले लोगों का ही पूरा हो पाता है. ऐसा ही ख्वाब श्री माया राम ठाकुर पत्नी श्रीमती गीता ठाकुर अपने दो बच्चों के भविष्य को लेकर देखा था जो अब पूरा भी हो गया।

पिता मायाराम ठाकुर भिलाई इस्पात संयंत्र के दल्ली राजहरा में महाप्रबंधक (I O C) हैं और माता श्रीमती गीता ठाकुर अखिल भारतीय हल्बा समाज राजहरा के महिला मंडल की संरक्षक दोनों की एक बेटी और एक बेटा है।

सपना तब सच्च होता है जब सपना को पूरा करने पूरी सिद्द से उसके लिए महेनत करें।

स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व 14 अगस्त का संध्या ठाकुर परिवार के लिए खुशियों का सौगात लेकर आया इस दिन सीजीपीएससी व्यवहार न्यायाधीश मेंस का रिजल्ट घोषित हुआ परीक्षा में ठाकुर की पुत्री सुश्री मनीषा ठाकुर सफलता हासिल कर न्यायाधीश(व्यवहार) बन गई मनीषा अपनी पढ़ाई हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विश्वविद्यालय रायपुर से की और मार्च 2021 में सिविल जज की परीक्षा हुआ था।

पिछले ही वर्ष 2020 में मनीषा के छोटे भाई मनीष ठाकुर इसी विश्वविद्यालय से विधि परीक्षा पास कर न्यायाधीश बने और वर्तमान जिला व्यव्हार न्यायालय जिला जगदलपुर में व्यव्हार न्यायधीश (वर्ग 2) में है।

मनीष और मनीषा दोनों भाई बहनों की काबिलियत और शिक्षा से मिले मुकाम ने पिता मायाराम ठाकुर और माता श्रीमती गीता ठाकुर और परिवार का सिर गर्व से ऊंचा कर उन्हें गौरवान्वित कर दिया ।

लौह नगरी दल्ली राजहरा के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब एक ही परिवार के दो भाई बहन न्यायधीश के गौरवान्वित पद के लिए चयनित हुए हैं इस सफलता के लिए ठाकुर परिवार को लोग बधाई दे रहे हैं ।

Nbcindia24

You may have missed