धर्मेंद्र सिंह सुकमा@ छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां बालक आश्रम मानकापाल में छात्रों को भोजन में केवल नमक परोसा गया। जिला प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लिया और कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में जांच की गई। जांच के बाद प्रभारी अधीक्षक जय प्रकाश बघेल को निलंबित कर दिया गया।
कलेक्टर ध्रुव ने स्पष्ट किया कि आश्रमों और छात्रावासों में बच्चों के भोजन, स्वास्थ्य और देखभाल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
हालांकि, यह मामला अलग है, लेकिन हाल ही में सुकमा जिले के पाकेला पोर्टा केबिन आवासीय विद्यालय में 426 छात्रों के खाने में फिनाइल मिलाने का मामला सामने आया था। इस मामले में आरोपी शिक्षक धनंजय साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी हॉस्टल अधीक्षक दुजाल पटेल के साथ व्यक्तिगत रंजिश थी, जिसके कारण उसने यह अपराध किया।
बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़
सरकारी सुविधाओं का दुरुपयोग और बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना वास्तव में गंभीर अपराध है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए सरकारी योजनाएं और सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, और इनका दुरुपयोग करना न केवल अपराध है, बल्कि यह बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ करना है।
सख्त कार्रवाई करने की जरूरत
सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए और बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का सही तरीके से उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं करता है और बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ खिलवाड़ करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
