बीजापुर डिप्टी कलेक्टर मामले में पीड़िता ने किए कई खुलासे,
छत्तीसगढ़/ अजय अग्रवाल बालोद: बीजापुर डिप्टी कलेक्टर दिलीप उइके के द्वारा छग सुरक्षा बल की सातवीं वाहिनी में पदस्थ महिला आरक्षक को शादी का झांसा दे शारीरिक संबंध बनाने, जबरदस्ती गर्भपात करवाने और लाखों रुपए की ठगी करने के आरोप में डौंडी थाना में बीएनएस की धारा 69 के तहत अपराध पंजीबद्ध होने के बाद पीड़िता को डौंडी पुलिस ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान हेतु मंगलवार को गुण्डरदेही न्यायालय ले जाया गया। साथ हीं पीड़िता ने इस मामले से जुड़े कई और सनसनीखेज खुलासे किए।
आरोपी डिप्टी कलेक्टर डौंडी थाना क्षेत्र के ग्राम अवारी का है निवासी
पीड़िता के बयान अनुसार बीजापुर में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ दिलीप उइके डौंडी थाना क्षेत्र के ग्राम अवारी का निवासी है। पीड़िता ने अपने उज्ज्वल भविष्य और खुशहाल जिंदगी जीने की उम्मीद के साथ अपने प्रेमी दिलीप को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए हर संभव मदद की, लाखों रुपए पढ़ाई, कोचिंग और अन्य खर्चों के लिए दिए। डिप्टी कलेक्टर बन जाने के बाद भी दिलीप उइके आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से पीड़िता को लूटता रहा। शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाता रहा, तीन बार जबरदस्ती गर्भपात भी करवा दिया। गांव का घर बनाने के नाम पर तीन लाख तीस हजार रुपए भी लिए।
गर्भपात के बाद धमतरी के एकता हॉस्पिटल में करवाया इलाज
पीड़िता ने NBCINDIA24 को बताया कि 2017 से शुरू हुए इस संबंधों में 2017 में गर्भवती होने और जबरदस्ती दवाई खिला गर्भपात करवाने के बाद जनवरी 2025 में दूसरी बार गर्भवती होने पर दिलीप ने बीजापुर बुलाकर फिर से बहलाफुसला कर जबरदस्ती दवाई खिलाकर गर्भपात करवा दिया। तबियत खराब होने पर 09 फरवरी 2025 को दिलीप पीड़िता को धमतरी के एक हॉस्पिटल लेकर गया। जहां सोनोग्राफी और चेकअप के बाद डॉक्टरों के परामर्श अनुसार गर्भ की सफाई के लिए एडमिट करवा पीड़िता को अकेली छोड़कर वापस बीजापुर चले गया था।
इतना सब होने के बाद भी पीड़िता शादी की आस में दिलीप से मिलती रही और वो बीजापुर बुलाकर संबंध स्थापित करता रहा। जिसके चलते मई 2025 में तीसरी बार फिर गर्भवती हुई और पहले की तरह ही दिलीप ने दवाई खिला कर गर्भपात करवा दिया और अंत में शादी से मना करने पर मजबूर होकर थाना पहुंच शिकायत दर्ज करवानी पड़ी। इस मामले को लेकर डिप्टी कलेक्टर दिलीप उइके से उनका पक्ष जानने हेतु उनके मोबाइल नंबर ***35271 पर लगातार फोन लगाया गया, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ आया।
इस मामले में डौंडी पुलिस ने पीड़िता का डॉक्टरी मुलाहिजा और बयान सहित डौंडी के घटनास्थल का मुआयना कर आवश्यक कागजी कार्यवाही की तथा मंगलवार को पीड़िता का गुण्डरदेही न्यायालय ले जाकर न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज करवाया गया।
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