छत्तीसगढ़/ गरियाबंद जिले से मार्मिक तस्वीर सामने आई है जहां तीन बेटियां अपने पिता को कंधा दे अंतिम विदाई दी जिस पिता के कंधों में खेल तीनों बेटियां बड़ी हुई आज उसी पिता की अर्थी को कंधा दे मुखाग्नि देकर पुत्र का दायित्व भी निभाया।
यह दृश्य देख अंतिम यात्रा में शामिल हुए हर किसी की आंखें नम हो गई गरियाबंद जिले के देवभोग नगर में 47 वर्षीय हरलाल सिन्हा का आकस्मिक निधन हो गया हरलाल सिन्हा की तीन बेटियां रानी, भूमि और भावना है मृतक का कोई पुत्र नहीं होने से बेटियों ने पुत्र का फर्ज निभाते हुए पिता को अंतिम यात्रा में कंधा दें मुखाग्नि दी।
इस दृश्य को देख उपस्थित लोगों की आंखे नम हो गई जहां हर कोई बेटियों के इस कदम की सराहा करते नही थके।
यह उन लोगों के लिए सीख है जो बेटियों को बोझ समझती है आज बेटियां बेटों से भी आगे निकल बुलंदियां छू रही है जिससे हर पिता गौरवन्वित होता हैं
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