गरियाबंद @ प्रदेश के 184 नगरीय निकायों में विगत 10-15 वर्षो से कार्यरत 20 हजार प्लेसमेंट आउटसोर्सिंग ठेका कर्मचारी हड़ताल पर है, जो ठेका पद्धति समाप्त कर सीधे निकायों मे प्लेसमेंट कर्मचारियों के रूप में कार्य करना चाहते हैं, जिन्हें निकाय से ही सीधा भुगतान किया जाए, इस भुगतान से शासन को कोई आर्थिक हानि नहीं होगी, बल्कि ठेका पद्धति से कार्य कराने वाले बिचौलिए को दी जाने वाली राशि की शासन को बचत होगी, हड़ताल अवधि में मूलभूत सुविधा साफ सफाई , जल प्रदाय, विद्युत कार्य, सब बंद रखने की बात कर्मचारियों ने कही है, ऐसे में साफ सफाई, जल प्रदाय के साथ अन्य सुविधाओं के बंद होने से आम जनों पर दिक्कतें बढ़ेगी।
नगरीय निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारी आज से जिला स्तर पर अपना अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दिए है, उनकी मांग है, कि शासन के अन्य विभाग जल संसाधन, पी.डब्ल्यू डी., पी.एच.ई. एवं वन विभाग आदि के तर्ज पर निकायों से सीधे वेतन का भुगतान किया जाए, समय समय पर इन मांगों से ये कर्मचारी शासन को अवगत करते आ रहा हैं.
जिससे छ.ग. के 184 निकायों में कार्यरत 20 हजार प्लेसमेंट कर्मचारी व परिवार में काफी असंतोष है, निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों को निकायों से सीधे वेतन भुगतान किए जाने पर शासन को किसी भी प्रकार अतिरिक्त व्यय का वहन नहीं करना पड़ेगा, हड़ताल अवधि में मूलभूत सुविधा साफ सफाई , जल प्रदाय, विद्युत कार्य, सब बंद रखने की बात कर्मचारियों ने कही है, इससे आने वाले दिनों में आम जनों की समस्या बढ़ेगी।
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