एनबीसी इंडिया 24 न्यूज दंतेवाडा @ जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान तथा छ0ग0 शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गॉव-गॉव तक किया जा रहा है, इसके प्रभाव में लगातार शीर्ष माओवादियों सहित भटके हुए माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जा रहा है।नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा, माओवादी संगठनों के भीतर आंतरिक मदभेद और जंगलो में रहने की कठिनाईयों से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके 02 ईनामी सहित 03 माओवादियों जिनमें :
1. मलांगेर एरिया कमेटी में कार्यरत प्लाटून नम्बर 24 सदस्य आयता उर्फ नंदू माड़वी पिता स्व0 सोमडू माड़वी उम्र लगभग 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी माड़गादम पटेलपारा थाना कटेकल्याण ,(02 लाख ईनामी)
2. प्लाटून नम्बर 24 सदस्य/डीव्हीसी सचिव जगदीश का गार्ड हिड़मा माड़वी पिता स्व0 पाण्डू माड़वी उम्र लगभग 18 वर्ष जाति माड़िया निवासी माड़गादम पटेलपारा थाना कटेकल्याण ,(02 लाख ईनामी)
3. ककाड़ी आरपीसी मिलिशिया सदस्य देवा हेमला पिता बुध राम हेमला उम्र लगभग 29 वर्ष जाति मुरिया निवासी ककाड़ी पटेलपारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत सोमवार को पुलिस के समक्ष डीआरजी कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किये।
आत्मसमर्पित माओवादी आयता उर्फ नंदू माड़वी संगठन में सक्रिय रहने के दौरान निम्न घटना में शामिल था:–
1. वर्ष 2020 में ग्राम पोर्रोगुमोड़ी के जंगल से डेरा बदली कर गोगुण्डा के जंगल/पहाड़ी में जाने के दौरान पोर्रोगुमोड़ी व गोगुण्डा के बीच जंगल में पुलिस पार्टी के साथ हुये मुठभेड़ में शामिल था।
2. वर्ष 2023 में ग्राम सिमेल के जंगल/पहाड़ी पर डेरा बदली करने के दौरान पुलिस पार्टी के साथ हुये मुठभेड़ में शामिल था।
3. वर्ष 2023 माह दिसम्बर में गोगुण्डा डुंगिनपारा के जंगल में पुलिस पार्टी के साथ हुये मुठभेड़ में शामिल था।
आत्मसमर्पित माओवादी हिड़मा माड़वी संगठन में सक्रिय रहने के दौरान निम्न घटना में शामिल था:-
1. वर्ष 2023 माह दिसम्बर में ग्राम गोगुण्डा पांतापारा के जंगल में पुलिस पार्टी के साथ हुये मुठभेड़ में शामिल था।
इन माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में डीआरजी, बस्तर फाईटर्स दंतेवाड़ा एवं 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा का विशेष योगदान रहा।आत्मसमर्पित माओवादी को पुनर्वास नीति के तहत् 25 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधायें मुहैया कराई जाएगी तथा समाज में पुनर्वासित करने हेतु प्रोत्साहन आधारित दृष्टिकोण अपनाते हुये व्यवसायिक प्रषिक्षण और आवास की सुविधायें भी प्रदाय की जाएगी।लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 204 ईनामी सहित कुल 880 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके है*।
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