लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर 03 ईनामी सहित 35 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
शैलेश सेंगर दंतेवाड़ा / जिला दन्तेवाड़ा में पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज के मार्गदर्मेंशएन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छ0ग0 शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत विगत कुछ माह में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है।
साथ ही प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गाँव गाँव तक किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है और बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है।
नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके 35 माओवादियों ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर करते हुये लोन वार्राटू ” घर वापस आईये “अभियान के तहत दिनांक 05.05.2024 को पुलिस के समक्ष पुलिस कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किये।
उपरोक्त 35 आत्मसमर्पित माओवादियों में से 25 माओवादियों को डीआरजी बल दन्तेवाड़ा, 06 माओवादियों को आर.एफ.टी सीआरपीएफ एवं 04 माओवादियों को 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा के द्वारा आत्मसमर्पण कराने में विशेष योगदान रहा।
जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ सभी भटके हुए माओवादियों से अपील करती है कि हिंसा की धारा छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए निकटतम थाना अथवा कैंप में सम्पर्क करें और क्षेत्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे।
पुलिस अधीक्षक द्वारा आत्मसमर्पित माओवादियों को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पुनर्वास योजना के तहत् 25-25 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि एवं पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाले सभी प्रकार के लाभ प्रदाय कराया जायेगा।
लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 180 ईनामी माओवादी सहित कुल 796 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।
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