’पढ़े दंतेवाड़ा लिखे दंतेवाड़ा’’ योजना,जिला स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का हुआ आयोजन

दंतेवाडा़@ कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार बिश्वरंजन के मार्गदर्शन में ’’पढ़े दंतेवाड़ा लिखे दंतेवाड़ा’’ योजना की शुरुआत दंतेवाड़ा में किया गया है। मालूम हो कि 2017-18 तथा 2018-19 में भी ’’पढ़े दंतेवाड़ा लिखे दंतेवाड़ा’’ योजना का संचालन किया गया था। फलस्वरूप जिले में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम प्राप्त हुआ। इन वर्षों में प्राप्त परिणामों से प्रभावित होकर सत्र 2024-25 में पुनः इसे संचालित किया जा रहा है। इस कड़ी में 25 एवं 26 जुलाई को जिला स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन, स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम, शासकीय हाईस्कूल आंवराभाटा में आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम में जिले के 103 संकुलों में से प्रत्येक संकुल से एक शिक्षक को आमंत्रित किया गया, जिससे कि वे प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने संकुलों के समस्त प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों के किसी भी एक शिक्षक को प्रशिक्षित करेंगें। ज्ञात हो कि’’पढ़े दंतेवाड़ा लिखे दंतेवाड़ा’’ योजना के तहत शिक्षकों का यह दायित्व होगा कि, वे प्रशिक्षण उपरान्त प्रथम फाउन्डेशन से प्रदान किये गये टेस्टिंग टूल एवं संकलन प्रपत्र की सहायता सें कक्षा पहली से लेकर कक्षा आठवीं तक के छात्रों का बेसलाइन टेस्ट लेंगे .

इस टेस्ट के आधार पर उन छात्रों की पहचान करेगें जो कक्षा अनुरूप दक्षता हासिल नहीं कर पाये है। इन बच्चों की पहचान करने के उपरान्त उन्हें छोटे-छोटे समूह में विभाजित कर, मध्यान्ह भोजन के उपरान्त सोमवार से शुक्रवार प्रतिदिवस दोपहर 2 बजे से 3ः30 बजे तक उपचारात्मक शिक्षण कक्षाएं चलाई जायेगी। फिर सभी छात्रों का मिडलाइन एवं एन्ड लाइन आंकलन का आयोजन किया जावेगा।

इस कार्यक्रम में ही राज्य शासन से जारी पाठ्यक्रम विभाजन के अनुसार प्रतिमाह मासिक टेस्ट, निर्धारित समय पर त्रैमासिक, अर्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षा का आयोजन भी किया जावेगा। इन परीक्षाओं के लिए जिला स्तरीय शिक्षकों के समूह से प्रश्न पत्र तैयार कर विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाए जावेगें। जिला स्तर से प्रश्न पत्र तैयार करने से सम्पूर्ण जिले के विद्यालयों के छात्रों के लिए एक समान प्रश्न पत्र मिलेगा, जिससे बच्चों का मूल्यांकन सही ढंग से हो पायेगा।

इस हेतु समय-समय पर शिक्षकों का प्रशिक्षण प्रथम फाउंडेशन तथा डाइट के अध्यापकों के द्वारा दिया जावेगा। शिक्षकों को गतिविधि आधारित पाठ्यवस्तु का वितरण भी इसी प्रशिक्षण के दौरान किया जावेगा। प्रत्येक परीक्षा परिणाम की घोषणा विद्यालय के एस.एम.सी., पालक-बालक सम्मेलन के दौरान होगा और त्रैमासिक, अर्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षा के परिणाम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को समय-समय पर पुरस्कृत भी किया जावेगा।

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