पोषण माह-2023 जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

पोषण माह-2023 जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन,सुपोषित भारत, संस्कार भारत, सशक्त भारत थीम पर बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान

 

दन्तेवाड़ा /  कलेक्टर  के में  निर्देशन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी म.बा.वि. विभाग के मार्गदर्शन में यूनिसेफ के सहयोग से सुपोषित भारत, संस्कार भारत, सशक्त भारत थीम पर राष्ट्रीय पोषण माह एवं बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी म.बा.वि.ने बताया की, 1 सितम्बर से 30 सितम्बर तक चलने वाले इस आयोजन में स्तनपान और पूरक आहार के आसपास के प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित करने वाले अभियानों के माध्यम से जमीनी स्तर पर पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए विभाग के माध्यम से  प्रयास किया जा रहा है, व स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा जैसी गतिविधियों का उद्देश्य पोषण और समग्र कल्याण के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करना है।

 

उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर कुपोषण हटाने के अभियान में बच्चों, महिलाओं, किशोरियों को पोषण आहार के साथ रेडी टू ईट प्रदान किया जा रहा है। लेकिन इस अभियान को सफल बनाने के लिए, विभाग के साथ समाज के हर व्यक्ति की सहभागिता जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग के डॉ जगदम्बा पांडा ने बताया कि पहले पूर्वज  अन्न या मिलेट्स का प्रयोग करते थे, लेकिन बदलते समय में घरों में खानपान की शैली बहुत बदल गई है। मिलेट्स को फिर अपने भोजन में शामिल कर पोषण के सभी फायदे लिये जा सकते हैं। जिला म.बा.वि. अधिकारी मती आभा गुरुद्वान ने कहा की हमें अपनी बेटियों पर बेटों की तरह गर्व होना चाहिए। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान व बच्चियों की सुरक्षा के लिए सरकार पूर्ण रूप से गंभीर है। उन्होंने आगे कहा कि विभाग द्वारा बच्चियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है, आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का लक्ष्य लड़कियों के साथ होने वाले भेदभाव को दूर करना और उनके प्रति लोगों की नकारात्मक मानसिकता में बदलाव लाना है। महेन्द्र कर्मा महाविद्यालय के प्रोफेसर मती अर्चना झा ने कार्यशाला में बताया की बालिकायें हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहे है व हमें जरूरत है एक समान समाज सुनिश्चित करने और प्रयासों  की जहां लड़की को आगे बढ़ने के लिए पुरुषों के समान अवसर मिले। यूनिसेफ के जिला समन्वयक विनोद साहू ने बताया कि किशोरावस्था में वृद्धि और विकास तेजी से होता है। इस समय संतुलित आहार लेना जरूरी है। साथ ही उनके द्वारा बाल अधिकार चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन सेवा नम्बर 1098/112 एवं बाल-विवाह के नुकसान की जानकारी दिया गया। सम्पूर्ण मंच संचालन जिला महिला संरक्षण अधिकारी मती मनीषा ठाकुर द्वारा किया गया। कार्यशाला में पोषण माह एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर चित्रकला, क्विज, भाषण, प्रदर्शनी एवं स्लोगन प्रतियोगिता भी आयोजित थी। जिसमे विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस एक दिवसीय कार्यशाला में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर, शिक्षक, विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के साथ जिले के सामाजिक संस्थाओं ने भाग लिया।

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