आदिवासी अंचल की बेटी कविता उर्वषा का चयन एमबीबीएस के लिये हुआ , जनपद सदस्य संजय बैस ने श्रीफल व् शाल पहनाकर सम्मान किया ।

Nbcindia24/ वीरेंद्र भारद्वाज / दल्लीराजहरा । आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र डौंडी ब्लाक की गरीब परिवार की बेटी कविता उर्वषा का चयन एमबीबीएस के लिये में हुआ है। छात्रा के इस चयन पर ग्राम व अंचल में ख़ुशी की लहर दौड़ गई,और उनके घर में बधाई देने वालो का ताँता लग गया। कुसुमकसा क्षेत्र के जनपद सदस्य संजय बैस को इस बात की जानकारी मिलते ही उन्होंने छात्रा से मिलकर बधाई दी। साथ ही साथ कुसुमकसा में हलबा हल्बी समाज द्वारा आयोजित शक्ति दिवस कार्यक्रम पर कविता उर्वषा का सम्मान साल एवं श्री फल से किया गया। छोटे से कसबे ग्राम अरमुरकसा में निवासरत इस बेटी के पिता पेशे से राज मिस्त्री व किसानी कार्य करते है। कविता उर्वषा ने चर्चा में बताया कि उन्होंने प्राथमिक शिक्षा पहली से पांचवी तक अपने गाँव अरमुरकसा में की।इसके बाद छटवी से दसवीं तक की पढाई समीपस्थ ग्राम पथराटोला में की।
कक्षा दसवी पढ़ते पढ़ते ही इन्होने प्रयास परीक्षा को बालोद से उत्तीर्ण किया। जिसमे इनका चयन प्रयास आवासीय विद्यालय रायपुर के लिए हुवा। यहाँ इन्होने कक्षा ग्यारवी और बारव्ही की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसी दौरान यहाँ के शिक्षको ने नीट परीक्षा की तैयारी के सम्बन्ध में बताया गया। कविता उर्वषा ने कक्षा बारव्ही के बाद नीट परीक्षा पास करने के लिए भिलाई के एक निजी संस्था से कोचिग की,कोचिंग के दौरान कोरोना महामारी के चलते लाक डाउन लग गया और कोचिंग से वंचित होना पड़ गया। इसके बाद इन्होने लगभग 8 से 10 घंटे पढ़ना घर में ही शुरू कर दिया। कड़ी मेहनत और लगन रंग लाई। इन्होने नीट की परीक्षा उतीर्ण की जिससे इनका चयन राजनांदगांव के भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी मेमोरियल मेडिकल कालेज में एम् बी बी एस के लिए हुवा। छात्रा कविता को बचपन से ही पढने की रूचि थी और डॉकटर बनना चाहती थी। इसी के चलते इन्होने चिकित्सा क्षेत्र को चुना। एम् बी बी एस की पढाई पूरी करने के पश्चात् स्वास्थ सेवा अपने क्षेत्र में देना चाहती है। इनकी इस उपलब्धि पर ग्राम व समाज एवं आस पास के लोगो ने हर्ष जाहिर कर बधाई दी है।

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