छत्तीसगढ़/ राहुल ठाकुर गरियाबंद: जिला अस्पताल में महिला गार्ड द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कलेक्टर ने इस मामले में गंभीर लापरवाही मानते हुए सीएमएचओ और सिविल सर्जन दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही प्रशासन ने जांच के आदेश भी दिए हैं। अगर नोटिस का जवाब नहीं मिलता है, तो दोनों अधिकारियों पर कार्यवाही की जा सकती है।
इस तरह की घटनाएं अस्पतालों में मरीजों के इलाज और उनकी सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करती हैं। गरियाबंद जिला अस्पताल में इससे पहले भी अफसरशाही की लापरवाही के मामले सामने आ चुके हैं, जहां औचक निरीक्षण में डॉक्टर नदारद पाए गए थे।
अब देखना यह होगा कि कलेक्टर के नोटिस के बाद सीएमएचओ और सिविल सर्जन क्या जवाब देते हैं और जांच के बाद क्या कार्रवाई की जाती है।
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