छत्तीसगढ़ के आदिवासी प्रतिभाओं को एक मंच पर लाने के लिए विगत कुछ सालों से निरंतर कार्यरत:जोहार आदिवासी कला मंच

छत्तीसगढ़ के आदिवासी प्रतिभाओं को एक मंच पर लाने के लिए विगत कुछ सालों से निरंतर कार्यरत:जोहार आदिवासी कला मंच

 

धर्मेंद्र यादव/ धमतरी/  जोहार आदिवासी कला मंच छत्तीसगढ़ एक ऐसा मंच जो पूरे छत्तीसगढ़ के आदिवासी प्रतिभाओं को एक मंच पर लाने के लिए विगत कुछ सालों से निरंतर कार्यरत है । इस बार कुछ अलग और भव्य होने वाला है इसी के संबंध में प्रांत स्तरीय बैठक गोंडवाना समाज भवन तहसील नगरी, जिला धमतरी में आहूत किया गया था । जिसमें प्रदेश अध्यक्ष पूरनमल ध्रुव जी की अध्यक्षता में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई ।

जिला अध्यक्ष भानुप्रताप कुंजाम ने बिंदुवार सभी सदस्यों के बीच कार्यक्रम के संबंध में अपनी बात रखी तथा सर्वसम्मति से कई बिंदुओं पर गहन विचार मंथन करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया। जिला अध्यक्ष भानुप्रताप कुंजाम ने बताया कि यह कार्यक्रम अपने आप में ऐतिहासिक होने वाला है क्योंकि जोहार आदिवासी कला मंच प्रदेश स्तरीय ऐसा मंच है जो छत्तीसगढ़ के सभी आदिवासी प्रतिभाओं को एक मंच पर लाने के लिए संकल्पित है और इस ओर पूरे उत्साह के साथ काम कर रहा है। इसी कड़ी में आगामी वार्षिक कार्यक्रम संविधान दिवस 26 नवंबर को हल्बा आदिवासी शक्ति सदन गढ़ नगरी सिहावा में किया जाना है । जिसमें आदिवासी समाज के सभी कलाकार लेखक, गीतकार, गायक इनके अलावा अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वाले प्रतिभाओं का सम्मान भी किया जाना है ।साथ ही आदिवासी कवियों द्वारा अलग-अलग रसों में कविता का आनंद भी मिलेगा और अलग-अलग विधा में काम करने वाले कलाकारों द्वारा आकर्षक प्रदर्शनी भी लगाया जाएगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे पद्मश्री अजय कुमार मंडावी जी साथ ही कार्यक्रम के आकर्षण का केंद्र बनेंगे छत्तीसगढ़ के उभरते सुपरस्टार अमलेश नागेश जी जिनका जोहार आदिवासी कला मंच की ओर से सम्मान भी किया जायेगा।

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